शिशु होने से स्त्री की नसे
खुलकर नाजुक हो जाती है। काम से लगेंगे तो आराम नहीं होगा, डिस्चार्ज ज्यादा चालू होगा
इसलिये आराम करने को कहते है। इस समय शिशु को आपकी जरूरत होती है, आपको शिशु को संभालने
का मौका मिलता है। एक महीने तक शिशु को किसी को माता, दार्इ, दादीमा, नानीमा आदि के
अलावा किसी को लेने नहीं दिया जाता। ज्यादा लोगो का हाथ लगेगा तो शिशु को तकलीफ होगी,
संक्रमण बिमारी का खतरा होगा, इसलिये परहेज करें। एक महीना शरीर का व शिशु का अलग रहने से कोर्इ छुवेगा
नहीं अलग रहने का मतलब सावधानी रखें।
सवा महीने तक सोच समझकर काम
करें अपनी तबियत का ध्यान रखे। धार्मिक क्रिया भी सवा महीने बाद करें। चोका पानी भी
नहीं छूते सवा महीने तक। कोर्इ करने वाला नहीं तो सोच समझकर सावधानी से काम करें। कम
से कम 20-25 दिन अच्छे से सोएं और आराम करें।
37 Days
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