गर्भावस्था की तृतीया तिमाही (7,8,9 महिना)
सातवें महीने में यदि सोनोग्राफी
कराये तो शिशु के अंग साफ दिखार्इ देने लगते है। शिशु की लंबार्इ 35 से.मी. हो जाती
है। तथा वजन 1 1/2 कि.ग्रा. तक हो जाता है।
सातवें महीने से सोते वक्त
हाथ उपर करके नहीं सोए, हाथ मोड़कर सिर के ऊपर रखकर नहीं सोए क्योंकि किसी किसी महिला
को दूध आना शुरू हो जाता है। जिससे बगल में दूध की गिठान हो सकती है।
सातवें महिने से आंचल का कालापन
धीरे-धीरे कपड़े से साफ करे ज्यादा रगड़े नहीं, निप्पल में खील को निकाले नहीं, दूध
निकालने की कोशिश न करे। तकलीफ शुरू हो जाऐगी दूध निकलेगा तो संभालना मुश्कील होगा।
अगर निप्पल छोटे है तो उस पर
धीरे से मोली या मोटा धागा लपेटे, ज्यादा कसकर न बांधे फिर 10 मिनट बाद खोल दें ऐसा
10 दिन तक करें इससे निप्पल बड़े हो जायेंगे। जिससे बच्चे को दूध पिलाने में तकलीफ
नहीं होगी। अगर इससे भी बड़े न होवे तो बाजार में पंप आता है। वह निप्पल शिशु जन्म
के बाद मंगवा कर उसमें दूध निकाले उससे बड़े होते है।
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