गर्भावस्था की द्रितीय तिमाही (4,5,6 महिना)
चौथे महिने में शिशु लगभग
6 इंच का हो जाता है। तथा सभी अंग लगभग बन चुके होते हैं और अब शिशु आपकी आवाज भी सुन
सकता है। पांचवे महिने में शिशु की लंबार्इ लगभग 10 इंच हो जाती है, शिशु के सिर पर
भी कुछ बाल आ जाते हैं। भौवे तथा पलके भी दिखने लगती हैं। 6 महीने के अंत तक शिशु करीब
14 इंच तक लंबा हो जाता है। वजन 1 1/2 - 2 पौंड या 1 कि.ग्रा. से थोड़ा कम होता है।
शिशु इस समय पेट में हलचल करने
लगता है, जो कि मां महसूस कर सकती है। शिशु का सोने जागने का भी एक निशिचत समय बन जाता
है। जिसे आप गौर करे तो आप महसूस कर सकते है। या पहचान सकते हैं। इस समय अपने गर्भस्थ
शिशु से पेट पर हाथ रखकर बात कर सकते है। शिशु माता-पिता की बोलचाल की कला भी सीखने
लगता है। माता खुद मीठा बोले, बड़ो को सम्मान देवे, घर में आनंद पूर्ण वातावरण बनाये
रखे, आपस में अच्छा व्यवहार बनाये रखे तथा अच्छी बातों का पालन करे। तो शिशु पर इन
सभी चीजो का अच्छा प्रभाव पड़ेगा। सुखद वातावरण में आया शिशु सुरक्षित महसूस करता है।
आप पेट पर हाथ रखकर बात करो तुरंत हाथ पाव-चलाकर जवाब देते है। पति पत्नी के संबंध
भी मधुर होने चाहिये, लड़ार्इ झगड़ा होगा तो उसका असर शिशु पर पड़ता है। इसलिये आपस
के संबंध व्यवहार अच्छा रखे।
No comments:
Post a Comment