हर गर्भवती महिला इस बात को
लेकर असमंजस में रहती है कि दर्द शुरू होने पर उस दर्द को कैसे पहचानेंगे। नीचे आमतौर
पर होने वाले लेबर दर्द के लक्ष्णों को बताया गया है।
1. संकुचन- 30 सैकेण्ड तक तेज संकुचन और बार बार दर्द आना, पीठ में दर्द
जांघो में दर्द, तथा आस पास भी तेज दर्द होता है। धीरे-धीरे यह दर्द पेट में फैल जाता
है। तथा नीचे भारीपन जैसा महसूस होता है। जैसे- महावारी के समय महसूस होता है।
2. पानी की थैली फटना - गर्भ में बच्चे के चारो ओर जो तरल पदार्थ की थैली
होती है। जिसमें शिशु तैरता है, लेबर का दर्द होने से पहले वह थैली फट सकती है, थैली
फट जाने से आपकी योनि में बहाव महससू होगा जिसे आप रोक नहीं सकते न रोकना चाहिये।
3. रक्त स्त्राव - लेबर का दर्द होने के बाद योनि से चिपचिपा गुलाबी रंग
का रक्त स्त्राव शुरू होता है। थक्के कभी किसी को निबू जितने गिरते हैं।
4. पेशाब करते समय ऐसा लगता है, कुछ बाहर आ रहा है, तो उसे रोकना नहीं चाहिए।
5. किसी किसी महिला को पानी या रक्त स्त्राव कुछ भी नहीं होता है, सिर्फ
धीरे-धीरे दर्द बढ़ता है।
उपरोक्त में से कोर्इ भी लक्षण
दिखे तो आपको जहां डिलेवरी करवानी है वहां अस्पताल पहुंच जाना चाहिये।
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